मूत्र संक्रमण को नजरअंदाज करना हो सकता है घातक

KayaWell Icon

Women's Health and Pregnancy

मूत्र संक्रमण को नजरअंदाज  करना हो सकता है घातक

यूरीनरी इनकांटीनेंस यानी मूत्र नली में संक्रमण की समस्‍या किसी को भी हो सकती है चाहे वह स्‍त्री हो या पुरुष। यह हर उम्र वर्ग के महिला-पुरुष को प्रभावित करती है। मूत्र मार्ग में संक्रमण होने से पेशाब में जलन, रक्त और मवाद आने लगता है। भारत के ग्रामीण क्षेत्रों में यह समस्‍या अधिक देखी जाती है। जानकारी के अभाव में लोग इस बीमारी की गिरफ्त में आते हैं क्‍योंकि वे अपने शरीर की सफाई पर ध्‍यान नहीं देते। आइ हम आपको बताते हैं मूत्र संक्रमण की समस्‍या को नजरअंदाज करना कितना खतरनाक हो सकता है।

क्‍या है मूत्र नली में संक्रमण

हमारे शरीर से निकलने वाला तरल पदार्थ पेशाब के रास्‍ते बाहर निकलता है, शरीर को स्‍वस्‍थ रखने के लिए यह बहुत जरूरी है। यानी इस रास्‍ते से गंदगी यानी विषाक्‍त पदार्थ बाहर निकलते हैं। इसलिए इस जगह की सफाई का विशेष ध्‍यान देना बहुत जरूरी है। लेकिन जानकारी के अभाव में लोग इन अंगों की सफाई नहीं करते हैं और मूत्र मार्ग में संक्रमण हो जाता है। इसके कारण पेशाब में जलन, पेशाब के रास्‍ते खून और मवाद निकलने लगता है।


नजरअंदाज करने पर

अगर मूत्र नली में संक्रमण की समस्‍या होने पर इसे नजरअंदाज किया जाये तो इसके कारण इसके संक्रमण से किडनी फेल होना तय है। अगर पेशाब की धार कम हो जाए, पेशाब करने में अधिक समय लगे और अधिक जोर लगाना पड़े तो समझ लीजिए कि मूत्र-नलिका संकरी हो गई है। कई बार संक्रमण की वजह से मूत्र नलिका खराब हो जाती है। कभी-कभी यूरीन इंफेक्शन, चोट, पेशाब के रास्ते में लंबे समय तक नली पड़ने व असुरक्षित यौन संबंध से भी यह समस्या होती है। ऐसे में तत्काल यूरोलॉजिस्ट से संपर्क करें और यूरीन कल्चर कराएं।


इसका उपचार कैसे करें

यूरोलॉजिस्‍ट की मानें तो मूत्र संक्रमण का इलाज यूरेथ्रोप्लास्टी विधि से सर्जरी संभव है। इस सर्जरी के जरिये मूत्र-नलिका का निर्माण गाल एवं होंठ के अंदर के ऊतक (म्यूकोजा) से किया जाता है। यह सर्जरी आसान है और इससे किडनी फेल होने से बचाया जा सकता है।


इन बातों का ध्‍यान रखें

मूत्र नली में संक्रमण न हो इसके लिए कुछ बातों का ध्‍यान रखना बहुत जरूरी है। कभी भी तेज आई पेशाब को रोके नहीं, जब भी पेशाब लगे तुरंत जाएं वरना यूटीआई होने का खतरा बढ़ जाएगा। यौन संबंध के बाद हमेशा पेशाब करें और योनि की सफाई अच्‍छे से करें। इससे ट्रैक में अगर कोई बैक्‍‍टीरिया होगा भी, तो वह साफ जो जाएगा।

सफाई चाहे वह बाहर की हो या शरीर के अंदर की, बीमारियों से बचाती है। इसलिए शरीर के अंगों की सफाई पर विशेष ध्‍यान दें और इस तरह के संक्रमण से बचाव करें।

Women's Health and Pregnancy

Comments