पुरुषों के चेहरे पर इस वजह से मुहांसे होते है

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  पुरुषों के चेहरे पर इस वजह से मुहांसे होते है 

    पुरूषों की त्वचा महिलाओं की त्वचा से बहुत अलग होती है, क्योंकि यह मोटी होती है और इसमें कनेक्टिव टिश्यूज (कोलेजेन और इलास्टिन) की ज़्यादा तादाद इसे अधिक मज़बूत और लोचदार बनाती है। लेकिन पुरुषों को भी त्‍वचा संबंधित कई बीमारियां हो सकती है।ऑयली त्वचा और बड़े रंध्रों वाली त्वचा वाले पुरूषों की त्वचा पर एक्ने का कारण बन सकती हैं। क्योंकि ऐसी त्‍वचा में त्‍वचा के रंध्र सीबम और मैल के कारण जाम हो जाते हैं। चूंकि पुरूष शेविंग नियमित करते हैं इससे त्वचा पर अतिरिक्त खिंचाव पड़ता है जिससे इरिटेशन, ड्राइनेस और सेंसिविटी उत्पन्न होती है। इनग्रोन हेयर्स और रेजर बम्पिंग की समस्याएं भी इसी कारण आम हो जाती हैं। लिहाजा पुरूषों को भी बेसिक्स से शुरू करते हुए एक त्वचा केयर रूटीन अपनाने की ज़रूरत होती है।

पुरुषों में मुहांसों के कारण

पुरूषों की त्वचा महिलाओं की अपेक्षा 20 परसेंट ज़्यादा तैलीय यानी ऑयली होती है और इसमें बड़े रंध्र होते हैं जिससे इरप्शन्स होने की संभावना भी ज़्यादा होती है। इसके अलावा शरीर में होने वाले हार्मोन्स परिवर्तनों के कारण मुहांसों का होना आम बात है। कई बार होर्मोन्स परिवर्तन इतना असंतुलित रूप से होता है कि अत्यधिक मुहांसों के कारण अच्छे भले चेहरे की रंगत खराब हो जाती है।


मुंहासों से बचने के तरीके

चेहरे पर हमेशा अच्‍छे क्लींजर का इस्तेमाल करना बहुत जरूरी है। फेश वॉश या लिक्विड क्लींजर केवल महिलाओं के लिये ही नहीं बल्कि पुरूषों के लिये भी होते हैं और इनका इस्तेमाल आपको करना चाहिए।

साबुन का इस्‍तेमाल बार-बार करने से आपकी त्वचा पर ड्राइ इफेक्ट उत्पन्न हो सकते हैं, खासकर यदि आपकी त्वचा ड्राइ प्रकार की है तो ऐसे में ऐसे साबुन का प्रयोग करें जिनमें माइश्चराईजिंग के तत्व हों।

ग्लाईकोलिक एसिड या लैक्टिक एसिड, सैलिसिलिक एसिड या बेंजाईल पैराक्साईड वाला क्लींजर ज़्यादा फायदेमंद हो सकता है क्योंकि इनमें एन्टिबैक्टीरियल गुणों के अलावा डीप पोर क्लीनिंग के लिये एक्सफॉलिएटिंग गुण भी होते हैं।

पुरूषों को अपनी त्वचा माइश्चराईज्ड रखने की कोशिश करनी चाहिये, क्योंकि शेविंग से त्वचा ड्राई हो जाती है। आपकी त्वचा की माइश्चराईजिंग एक त्वचा प्रकार से दूसरे के अनुसार अलग हो सकती है जबकि ऑयली त्वचा प्रकार के लोग माईश्चराईजर के बजाय किसी टोनर का इस्तेमाल कर सकते हैं।

सूखी त्वचा को हैवी ड्यूटी मॉइश्चराईज़र की ज़रूरत होती है। नार्मल त्वचा पर लाइट माईश्चराईजर उपयोग किया जा सकता है। किसी अल्फा-हाईड्रॉक्सी एसिड जैसे कि ग्लाईकोलिक एसिड या सैलिसिलिक एसिड वाला माईश्चराईजर त्वचा टोन और क्वॉलिटी बेहतर करने में मददगार साबित होता है।

त्वचा की देखभाल के लिए बहुत जरूरी धूप से बचाव। धूप में ओवर एक्सपोजर न केवल त्वचा को नुकसान पहुंचाता है बल्कि त्वचा कैंसर का खतरा भी उत्पन्न करता है। इसलिए पर्याप्त एसपीएफ सुरक्षा वाली सनस्क्रीन का उपयोग कीजिए। 30 एसपीएफ वाली सनस्क्रीन, जो यूवीए और यूवीबी दोनों किरणों को ब्लॉक करती हो, इसका उपयोग आपकी त्‍वचा के लिए फायदेमंद हो सकता है।

धूप में बाहर जाते वक्‍त अपनी त्‍वचा को ढंकिये, सनग्लॉसेज का इस्तेमाल करना सन प्रोटेक्शन का एक बेहतर उपाय है।

शेविंग के दौरान इनग्रोन हेयर्स के कारण कई कट् या रेजर बम्प लग जाते हैं। यदि शेविंग से आपकी त्वचा पर जलन होती है तो इसके लिये आपका रेजर दोषी हो सकता है। इलेक्ट्रिक और मैनुअल दोनों मेल के रेजरों की अपनी खूबियां होती हैं और इनको प्रयोग करने से पहले इनका मूल्यांकन अवश्य कर लेना चाहिये।

मैनुअल रेजर से क्लोजर शेव बनती है क्योंकि ब्लेड त्वचा के नजदीक पहुंचते हैं जो त्वचा इरिटेशन की वजह बन सकते हैं। यदि आपको अक्सर रेजर बम्प होते हैं तो इलेक्ट्रिक रेजर का उपयोग कीजिए। इससे क्लोज शेव नहीं मिलती लेकिन यह त्वचा को समान रूप से इरिटेट कर सकता है क्योंकि यह बालों को खींचता है।

कुछ घरेलू नुस्‍खे भी मुंहांसों से बचा सकते हैं, जामुन की गुठली को पानी में घिसकर चेहरे पर लगाने से मुहांसे दूर होते हैं। दही में कुछ बूंदें शहद की मिलाकर उसे चेहरे पर लेप करना चाहिए। इससे कुछ ही दिनों में मुहांसे खतम हो जाते हैं।

तुलसी व पुदीने की पत्तियों को बराबर मात्रा में पीसकर व इसमें थोड़ा-सा नींबू का रस मिलाकर इसका पेस्‍ट चेहरे पर लगाने से मुहांसों से छुटकारा मिलता है। नीम के पेड़ की छाल को घिसकर मुहांसों पर लगाने से भी मुहांसे घटते हैं।

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