थायरॉइड ग्रंथि दो अन्य हार्मोन्स T3 यानि ट्राईआयोडोथायरोनिन और T4 यानि थायरोक्सिन हार्मोन्स स्त्रावित करती है। इन हार्मोनो का असर सीधा अपने शरीर के पाचन तंत्र, ह्रदय, श्वसन प्रक्रिया, और शरीर के तापमान पर पड़ता है, और साथ ही ये हड्डियों, माशपेशियों और कोलेस्ट्रॉल आदि प्रक्रियाओं को भी नियंत्रित करता है। जब ये सारी गतिविधियां प्रभावित होती है।
थायरॉइड क्या होता है
थायरॉइड एक ग्रंथि का नाम है। जो मनुष्य के गले में पायी जाती है। यह एक थायरोक्सिन नामक हार्मोन स्त्रावित करती है, जो हमारे शरीर का एक महत्वपूर्ण अंग होता है। ये ग्रंथि तितली के आकर की होती है। इसलिए इसे बटरफ्लाई ग्लेंड के नाम से भी जाना जाता है। वैसे तो यह ग्रंथि आकार बहुत ही में बहुत ही छोटी होती है, मगर ये हमारे शरीर के लिए बहुत उपयोगी होती है। ये हमारे भोजन को ऊर्जा में बदलने का कार्य करती है।
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आइये जानें थायरॉइड कितने प्रकार का होता है
मुख्य रूप से थायरॉइड 6 प्रकार के होते है।
1. हाइपोथायरॉइड: जब थायरॉइड ग्रंथि जरूरत से कम मात्रा में हार्मोन का निर्माण करती है। उस स्थिति में ये हाइपोथायरॉइड थायरॉइड होता है।
2. हाइपर थायरॉइड: जब थायरॉइड ग्रंथि जरूरत से ज्यादा हार्मोन का निर्माण करती है।
3. थायराइडिटिस: जब थायरॉइड ग्रंथि में सूजन आती है और शरीर की रोग प्रतिरोधक प्रणाली एंटीबॉडी का निर्माण करती है। जिससे थायरॉइड ग्रंथि पर प्रभावित होती है।
4. गॉइटर: ये शरीर में आयोडीन की कमी होती है, तो गले में सूजन और गांठ की जैसी नजर आती है। ये समस्या पुरुषो की तुलना महिलाओ में ज्यादा होती है।
इसी कारण महिलाओ में थाइरोइड के लक्षण अधिक पाए जाते है।
5. थायरॉइड नोड्यूल: इसमें थायरॉइड ग्रंथि के एक हिस्से में गांठ हो जाती है, जो कठोर सूजन यो तरल पर्दार्थ से भरी होती है।
6. थायरॉइड कैंसर: जब थायरॉइड ग्रंथि में मौजूद टिश्यू में कैंसर के सेल बनने लग जाते है।
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आइये जानें थायराइड होने पर ये कौन-कौनसे लक्षण दिखाई देते है

किसी भी व्यक्ति के शरीर में ये लक्षण दिखाई दे तो समझ जाए की इसको थायराइड रोग है और इसका उचित उपचार किया जाना चाहिए।
ये लक्षण निम्न है –
- कब्ज होने पर
- भोजन में स्वाद न आना
- शरीर में बहुत ज्यादा पसीना आना
- भूख न लगना
- तनाव उच्च रक्त चाप
- माशपेशियों का कमजोर होना
- ह्रदय की गति कम होना
- बालो का सफेद होना
- त्वचा रूखी होना
- गले व चेहरे पर सूजन आना
- मासिक धर्म का अनियमित होना
- थकान होना
- प्रजनन क्षमता में असमानता होना