Causes of chest pain, symptoms, treatment

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Chest pain

सीने में दर्द का कारण, लक्षण, उपचार, इलाज और घरेलू उपाय


 
सीने में दर्द या हम कहें छाती में होने वाला दर्द आज के समय में एक आम समस्या है। छाती में दर्द होते ही आदमी को इमरजेंसी डिपार्टमेंट में जाना पड़ता है। अक्सर सीने में दर्द शरीर में रक्त का संचार कम होने के कारणहोता है। बहुत से लोग चेस्ट में दर्द होने से इतने चिंतित रहते हैं कि उन्हें लगता है की यह हार्ट अटैक से रिलेटेड प्रॉब्लम तो नहीं है। लेकिन यह समस्या कुछ समय के लिए होती है जब तक उस जगह से गैस बाहर नहीं निकल जाती। वैसे जैसे ही आपको सीने में दर्द का अहसास हो तो तुरंत डॉक्टर के पास जाना जरूर है। वैसे आज हम आपको सीने में दर्द होने के कारण, लक्षण और छाती में दर्द का इलाज के घरेलू उपचार और देसी आयुर्वेदिक नुस्खे बताएँगे। आयुर्वेदिक दवा को लेकर आप अपने छाती के दर्द यूँ ही दूर कर सकते हैं। पुराने समय से ही सीने में दर्द का घरेलू उपाय करते आया जा रहा है।

Sine Me Dard Ke Karan - Chest Pain Problem

छाती (सीने) में दर्द के लक्षण – Chest Pain Symptoms 

छाती में दर्द होने पर आपको अजीब सी बेचैनी महसूस होती है जिसे आप बया नहीं का सके हैं। सामान्य रूप से छाती में बेचैनी ह्रदय रोग जैसे दिल का दौरा से समन्धित होती है। जानिए सीने में दर्द के क्या लक्षण हैं।

सीने में खिंचाव, दबाव, या भरा-भरा महसूस होना।
सांस लेने में तकलीफ होना।
छाती, पीठ, गर्दन या जबड़ों में दर्द होना।
जी मिचलाना।
सांस का फूलना।
ज्यादा पसीना आना।
चक्कर आना।
भोजन को निगलने में परेशानी।
मुँह खट्टा यानि खाना पेट से वापस मुँह में आने की समस्या।
छाती को दबाने से दर्द महसूस होना।
अगर आपको ऐसी कुछ बेचैनी महसूस हो तो फ़ौरन डॉक्टर को जरूर दिखाएँ और खतरनाक बिमारी से बचें।

सीने (छाती) में दर्द के कारण – Chest Pain Causes 

हालांकि, सिने मे दर्द महसूस होने पर हमेशा डॉक्टर्स से सलाह लेने के लिए कहा जाता है ताकि सिने मे दर्द के सही कारणों के बारे मे जानकारी हासिल की जा सके। आम तौर पर सिने में होने वाले इस दर्द को एंजाइना कहा जाता है। जिसे चिकित्सा शास्त्र में एंजाइना पेक्टोरिस कहा जाता है।


 
Coronary Disease के चलते दिल तक पहुँचने वाले रक्त की मात्रा कम होने पर एंजाइना की समस्या होती है। सिने में दर्द को कभी भी अनदेखी नही की जानी चाहिए। एक बार यह जानने के बाद की दर्द कार्नो में दिल संबंधी गभीर समस्या शामिल नहीं है।

अपूर्ण पाचन, जल्दी-जल्दी खाना खाते टाइम खाने के साथ हवा निगलने, कब्ज, तैलीय और प्रोसेस्ड खाद्य पदार्थ खाने, अधिक फाइबर और स्टार्च युक्त आहार लेने, खाद्य पदार्थो की एलेर्जी इत्यादि के कारण आँतो में गैस बन सकती है। कुछ पेय पदार्थ जैसे सोडा युक्त ड्रिंग, सॉफ्ट ड्रिंक या बेर के कारण भी यह प्राब्लम हो सकती है।

छाती में दर्द और एनजाइना को पूरी तरह से ठीक करने के लिए डॉक्टर से उचित दवा लेना बहुत जरूरी है। इसके आवला बहुत से घरेलू उपाय के जरिये भी धमनियों की रुकावट को कम किया जा सकता है। जिससे सीने में दर्द होने की फ्रीक्वेंसी कम होजाती है और कभी-कभी यह पूरी तरह से ठीक हो जाती है।

यहाँ हम आपको छाती यानि सीने में दर्द इलाज का कारगर घरेलू उपचार बता रहे हैं। जिनके जाइये आप बहुत हद तक इस बीमारी को दूर कर सकते हैं।

सीने में दर्द का घरेलू उपचार – Chest Pain Treatment 

1. लहसुन सीने में दर्द का घरेलू इलाज

लहसुन फुल स्ट्रांग और हैल्थी हेल्थ के लिए इस्तेमाल किया जाता है विशेस रूप से हार्ट प्रॉब्लम्स के इलाज के लिए लहसुन बहुत ही फयदेमंद होता है। लहसुन में पाए जाने वाले कैल्शियम, फास्फोरस, आइरन, थियामिन, नियासिन और विटामिन सी के कारण इसे विटामिन और मिनरल का भंडार खा जाता है।

Lahsun hai Sine Me Dard Ka Upay

यह कोलेस्ट्रॉल को कम करके धमनियों में जमने से रोकता है जिससे दिल तक प्रयाप्त मात्रा में ऑक्सीजन से भरपूर रक्त पहुँचता है। एक कप गर्म पानी में आधा चम्मच लहसुन का जूस मिलकर सेवन करें। इसके अलावा सुबह खली पेट दो कच्ची लहसुन की कलियों को पानी के साथ खाएं।

2. अनार Chest Pain Treatment Hindi


कई शोध के अनुसार अनार दिल की बिमारियों को दूर करने मे बहुत ही लाभकारी होता है। यह तनाव को कम कर धमनियो की दीवारों को होने वाले नुकसान और LDL के ऑक्सीकरण को रोकने में मदद करता है। Stock और परधीय रोग के कारण धमनियो संकरी के होने के कारण होने वाली प्रॉब्लम्स को दूर करने में मदद करता है। इन सभी प्रॉब्लम्स के शुरुवती लक्षण के रूप मे सिने मे दर्द होता है। अनार के जूस के नियमित सेवन से इसमे मौजूद एफेक्टिव एंटी-ओक्षिदंत और एंटी-इनफ्लमेटरी गुण सिने में दर्द को रोकने मे हेल्प करता है।

Anar - Chest Pain Treatment

3. सीने में दर्द का घरेलू उपचार के लिए हल्दी

सीने में दर्द को सही करने में हल्दी काफी फायदेमंद होती है। इसे करक्यूमिन नामक एक्टिव घटक पाया जाता है जो कोलेस्ट्रॉल ऑक्सीडेशन, प्लेक बिल्डअप और क्लॉट फार्मेशन को कम करने में मदद करता है। साथ ही इसमें एंटी-इंफ्लेमेंटरी प्रॉपर्टीज होती हैं जो सीने में दर्द से आराम देने में मदद करती हैं।

एक गिलास दूध में आधा चम्मच हल्दी डालकर उबालें, अब थोड़ा ठंडा करने के बाद शहद मिलकर सेवन करें।
भोजन में हल्दी का इस्तेमाल जरूर करें।
Haldi - Sine me Dard Karan Upay

4. तुलसी से सीने के दर्द में लाभ

पवित्र तुलसी एक एफेक्टिव एंटी-बैक्टीरियल जड़ी-बूटी और एंटी-इन्फ्लेमेन्ट्री एफेक्ट का रीज़न बनती है। इसमें मौजूद पोषक तत्व दिल के लिए आवश्यक होते हैं। तुलसी में पाया जाने वाला वोलटाइल आयिल को यूगेनोल के नाम से बुलाया जाता है। इसमें शरीर में स्यकलो ओक्सिजनेज नामक एंजाइम की गतिविधि को ब्लॉक करने की क्षमता होती है। एंटी-इनफ्लमेटरी गुणों के कारण तुलसी दर्द से राहत देने के साथ सूजन को दूर करने में भी हेल्प करती है।

सीने में दर्द होने पर 8-10 तुलसी की पत्तियों को चबाकर खाएं या तुलसी की चाय बनाकर पियें।
छाती में दर्द से छुटकारा पाने के लिए रोज सुबह खली पेट के एक चम्मच तुलसी की पत्तियों का रस शहद में मिलकर सेवन करें।
Tulsi Se Sine Ke Dard Me Labh

5. गुड़हल सीने में दर्द का घरेलू उपाय

गुड़हल में एंटी-ऑक्सीडेंट की मौजूदगी, विशेष रूप से फ्लेवोनॉइड मुक्त कानो को बेअसर कर पूरे हेल्थ को बढ़ावा देने में मदद करता है। ये एंटी-ऑक्सीडेंट धमनियो में वसा के साँचे को कम कर हार्ट की प्रॉब्लम्स और सिने मे दर्द को रोकने में मदद करता है। साथ ही इस जड़ी बूटी में भरपूर विटामिन सी प्रतिरक्षा प्रणाली को मजबूत बनाने में पमुख भूमिका निभाते है। विशेष रूप से अगर आपको सर्दी और फ्लू से प्राब्लम होने पर खाँसी और सिने मे तेज दर्द होता है। तो आप गुड़हल की चाय पियें। यह चाय खाँसी, सिने मे दर्द, गले मे खराश और अन्य सांसो की प्रॉब्लम्स को दूर करने में मददगार होती है।

Gudhal Chest Pain Ka Sahi Solution

6. अल्फाल्फा छाती के दर्द का आसान उपाय


इस जड़ी-बूटी में मेडिसिनल गुणों के साथ प्रोटीन और विटामिन a, विटामिन बी1, विटामिन बी6, विटामिन सी, विटामिन के होता है। इसके अलावा इसमें कैल्शियम, पोटेशियम, कैरोटीन, आइरन, ज़िंक,नियासिन भी होते हैं। इन घटकों के कारण यह अल्फ़ा अल्फ़ा को बहुत से रोगो के इलाज की एक बहुत अच्छी जड़ी बूटी बनाते है। जड़ी बूटी मे पाए जाने वाले एन्ज़ाइम्स गॅस्ट्रोइंटेस्टाइनल प्रॉब्लम्स के कारण होने वाले सिने मे दर्द को दूर करने में मदद करते हैं।

सीने में दर्द होते ही अल्फाल्फा की चाय बनाकर पियें। चाय बनाने के बाद एक कप पानी में एक चम्मच अल्फाल्फा की सुखी पत्तियों के पाउडर को डालकर 6 मिनट गर्म करें फिर इसे छानकर सेवन करें।
Alfa-Alfa Sine ke Dard ka Gharelu Ilaaj
7. छाती में दर्द के लिए अदरक

छाती में दर्द के इलाज के लिए अदरक उत्तम होता है। अदरक में गिंजरोल नामक केमिकल कंपाउंड होता है जो रक्त में से कोलेस्ट्रॉल लेवल को कम करने में मदद करता है। यह रक्त वाहिकाओं को cholesterol से डैमेज नही होने देता है।

छाती में दर्द होते ही एक कप अदरक की चाय पी लें। चाय बनाने के लिए आप एक कप गर्म पानी में एक चम्मच पीसे हुए अदरक डालें 5 मिनट उबलने के बाद इसे छानकर पी जाएँ।
इसके अलावा दिल को स्वस्थ रखने के लिए आप सुबह खली पेट कच्चा अदरक भी चबाकर खा सकते हैं।छाती-में-दर्द-के-लिए-अदरक-chest-pain-treatment-ginger-in-hindi
8. सीने में दर्द के लिए मेथी

आयुर्वेद के अनुसार मेथी दिल को स्वस्थ और एनजाइना को रोकने में मदद करती है। इसमें बेहतरीन एंटी-ऑक्सीडेंट और कार्डिओ-प्रोटेक्टिव प्रॉपर्टीज होती हैं जो कोलेस्ट्रॉल को कम करती हैं और ह्रदय में रक्त के संचार को बढ़ाती हैं।

दो कप पानी में एक चम्मच मेथी के बीज डालकर 5 मिनट के लिए उबालें। फिर इसे छानकर दो चम्मच शहद मिलकर पी लें। सीने में दर्द से जल्द छुटकारा मिलेगा।
रात को सोने से पहले एक चम्मच मेथी के बीज पानी में डुबोकर रखें। दूसरे दिन सुबह खाली पेट पानी को छानकर पी जाएँ।सीने-में-दर्द-के-लिए-मेथी methi-chati-me-dard-ke-liye
सीने (छाती) में दर्द का इलाज के लिए घरेलू उपाय और आयुर्वेदिक नुस्खे

सीने में दर्द को ठीक करने के लिए रोजाना सुबह शाम मेडिटेशन करें। इससे आपके शरीर में रक्त और ऑक्सीजन का संचार बढ़ता है। साथ ही आपको स्ट्रेस और डिप्रेशन से आराम भी मिलता है।
हर हफ्ते दो या तीन फैटी फिश जैसे समुद्री छोटी मछली, सैल्मोन, हिलसा, सार्डिन फिश का सेवन करें।
अखरोट, सोयाबीन, कद्दू, जैतून के तेल छाती के दर्द से राहत पाने के लिए बहुत अच्छे होते हैं।
बादाम के तेल और गुलाब के तेल को बराबर मिलाएं और फिर अपनी छाती पर धीरे-धीरे लगाएं। कुछ समय में आपको दर्द कम होने लगेगा।
एक गिलास दूध या फलों के जूस में एक चम्मच लाल मिर्च माल्येन और इसे पी जाएँ। कुछ ही समय में आपका दर्द दूर हो जायेगा।
मुलेठी के जड़ का सेवन करें इससे छाती के दर्द में काफी आराम मिलता है।
जब भी सीने में दर्द हो तो नाक से सांस लें और मुँह से छोड़े। इससे आपके शरीर को आराम महसूस होगा और फेफड़ों को ज्यादा से ज्यादा ऑक्सीजन मिलेगी।


सीने के दर्द से बचने के कुछ अन्य उपाय – Chest Pain Tips 

1. शराब, चाय या कॉफ़ी का सेवन कम से कम करें। साथ ही धूम्रपान या तबाकू के सेवन से बचें।

2. भोजन को धीरे-धीरे और अच्छी तरह से चबाकर खाएं।

3. अत्यधिक ठंडे जगह जाने से बचें। ठंड से रिफ्लेक्स को स्टिमुलेट कर देता है। जिसके कारण सीने में दर्द ज्यादा बढ़ता है।

4. सीने में दर्द (Chest Pain) का सीधा संबंध हमारे अनियोजित और अस्वस्थ खान-पान से है। खान पान में सुधार के साथ साथ हमें नियमित रूप से व्यायाम करना चाहिए।

5. अपने आहार में फाइबर की मात्रा बढ़ाएं और कैलोरी की मात्रा कम करें।

6. भोजन में नमक की मात्रा कम करें। या फिर ना के बराबर ही लें।

7. ऐसे व्यायाम करें जो शरीर के लिए उपयुक्त हो उस व्यायाम को जरूर करें, जैसे- तेज कदमों से चलना, सीढ़ियाँ चढ़ना, बैडमिंटन या टेनिस खेलना आदि।

8. अपने ब्लड प्रेशर और ब्लड शुगर के स्तर को नियंत्रित रखें।

9. भोजन में जैतून का तेल इस्तेमाल करें इससे शरीर का रक्तचाप बढ़ेगा। जिससे छाती में दर्द की समस्या दूर होगी।

10. डॉक्टर की सलाह से Coenzyme Q10 सप्लीमेंट लें। यह आपके दिल की ऊर्जा और रक्त संचार में सुधार लाएगा।

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