मकरासन करने का तरीका, फायदे और सावधानियां

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मकरासन संस्कृत का शब्द है जो मकर और आसन इन दो शब्दों से मिलकर बना है। यहां मकर का अर्थ मगरमच्छ (Crocodile) और आसन का अर्थ मुद्रा (Pose) है। नदी में मगरमच्छ के शांत अवस्था में लेटने की मुद्रा ही मकरासन कहलाती है। इस आसन का अभ्यास करते समय मगरमच्छ की आकृति में ही एकदम शांत मुद्रा में जमीन पर लेटना पड़ता है। यह एक ऐसा आसन है जिसमें आंखे बंद रखकर श्वास लेने की क्रिया की जाती है जिसके कारण यह शरीर और दिमाग को बिल्कुल शांत रखता है और डिप्रेशन, बेचैनी, उलझन, माइग्रेन और मस्तिष्क से जुड़े विकारों को दूर करता है। सिर दर्द से परेशान लोगों के लिए यह आसन दवा का कार्य करता है। स्त्रियों में कमर दर्द की समस्या को दूर करने में भी यह आसन बहुत फायदेमंद होता है।

  • •  मकरासन करने की विधि और तरीका –

यदि सही तरीके से आसन किया जाए तो कोई भी आसन हमारे शरीर के लिए बेहद फायदेमंद हो सकता है। आइये जानते हैं कि मकरासन करने का सही तरीका क्या है।

जमीन पर चटाई बिछाकर पेट के बल लेट जाएं।

पैरों को एकदम सीधे फैलाएं और शरीर को सीधा रखें। शरीर में अधिक तनाव  नहीं होना चाहिए और शरीर को हल्का लचीला भी रख सकते हैं।

दोनों पैरों के बीच बराबर दूरी बनाए रखें।

इसके बाद अपने सिर, सीने (chest) और कंधों को हल्का सा जमीन से ऊपर उठाएं।

दोनों हाथों की कोहनी को मोड़ें और कलाइयों को एक दूसरे के ऊपर इस तरह से रखें कि कोहनी मुड़ी हुई अवस्था में ही रहे।

इसके बाद हथेलियों को मोड़ने के बाद अपने सिर को इन्हीं हथेलियों के ऊपर टिकाएं और गहरी सांस लेते हुए आंखें बंद रखें।

दिमाग में अच्छे विचार (thoughts) लाएं और दुनिया के तमाम चीजों को भूलकर आसन पर ध्यान केंद्रित करें और सांस (breath in) लेते रहें।

कुछ देर बाद आंखें खोलें और पहले की अवस्था में लौट आएं।

इस आसन का अभ्यास 10 से 12 बार प्रतिदिन करें।

•  मकरासन करने का सही समय – 

अन्य आसनों की अपेक्षा यह आसन बहुत अलग है। इसका अर्थ यह है कि इस आसन का अभ्यास तनावरहित मन और मस्तिष्क के साथ किया जाता है क्योंकि यह आसन आराम की मुद्रा में लेटने की क्रिया है। मकरासन का अभ्यास करने का सही समय सुबह है, क्योंकि इस आसन को करने के लिए एकदम शांत जगह एवं वातावरण की जरूरत पड़ती है। मकरासन का अभ्यास करने से पहले पेट खाली रखें। यदि किसी कारणवश आप शाम को इस आसन का अभ्यास करते हैं तो अभ्यास से कई घंटे पहले तक कुछ खाएं नहीं, तभी यह आसन फायदेमंद होगा।


•  मकरासन के फायदे – 

जैसा कि ऊपर बताया जा चुका है कि मकरासन शांत मन और मस्तिष्क के साथ किया जाता है। इसलिए इसका सबसे बड़ा फायदा मस्तिष्क को ही होता है। दिमाग को एकाग्र रखने और तनाव की समस्या को दूर करने में यह बहुत फायदेमंद होता है। इसके अलावा भी मकरासन करने के कई फायदे होते हैं। आइये जानें उन फायदों के बारे में।


•  मांसपेशियों के लिए फायदेमंद होता है मकरासन 

इस आसन का अभ्यास करने से कंधों  एवं रीढ़ की की मांसपेशियों में तनाव कम होता है और मांसपेशियां मजबूत और लचीली बनती हैं। इसलिए लोग मांसपेशियों से जुड़ी समस्याओं से निजात पाने के लिए मकरासन का अभ्यास (practice) करते हैं। कूल्हों के मांसपेशियों में को बेहतर बनाने में भी यह आसन फायदेमंद है।


•  मकरासन के फायदे अस्थमा के इलाज में

मकरासन का अभ्यास करते समय गहरी सांस लेने एवं छोड़ने की प्रक्रिया से अस्थमा की बीमारी ठीक हो जाती है। इसके अलावा घुटनों में दर्द (knee pain) एवं फेफड़े से जुड़ी समस्याएं भी खत्म हो जाती हैं।

यह एक योगासन जो ठीक करता है, कमजोर दिमाग, झड़ते बाल और दिल की बीमारियों को

•  स्पॉन्डिलाइटिस के इलाज में मकरासन के लाभ

प्रतिदिन सही तरीके से मकरासन का अभ्यास करने स्पॉन्डिलाइटिस की बीमारी से निजात मिलता है। इस आसन को करने से साइटिका और स्लिप डिस्क की समस्या भी दूर हो जाती है। इसके अलावा यह आसन शरीर के छोटे-छोटे विकारों को भी दूर कर देता है। घुटनों के दर्द को दूर करने में भी यह आसन फायदेमंद होता है।


•  हृदय रोगों के इलाज में मकरासन के फायदे

मकरासन का अभ्यास करने से हाइपरटेंशन, हृदय रोगों एवं मानसिक रोगों  से छुटकारा मिलता है। इसलिए इन रोगों से बचने के लिए प्रतिदिन मकरासन का अभ्यास करना चाहिए। पैर के दर्द को दूर करने में भी यह आसन बहुत सहायक होता है।


•  मकरासन करने के फायदे पेट की बीमारियों को दूर करने में

यह आसन शरीर के थकान और दर्द से राहत प्रदान करने, गर्दन की अकड़न को कम करने, पेट की मांसपेशियों को टोन करने और कब्ज की समस्या को दूर करने के साथ ही पेट से जुड़ी कई बीमारियों को दूर करने में मदद करता है।


•  मकरासन करते समय सावधानियां – 

> आमतौर पर हर तरह का आसन, योगा और प्राणायाम हमारे शरीर के लिए फायदेमंद होता है लेकिन जब शरीर में कोई विशेष तरह की परेशानी हो तो    किसी भी आसन का अभ्यास करते समय हमें कुछ जरूरी सावधानियां भी      बरतनी चाहिए। आइये जानते हैं कि मकरासन करते समय क्या सावधानियां     बरतें।

> अगर आप गंभीर कमर दर्द या पीठ दर्द और गर्दन के दर्द से परेशान हैं या इन अंगों में किसी तरह की चोट लगी हो तो मकरासन का अभ्यास करने से बचें अन्यथा यह आपकी समस्या को बढ़ा सकता है।

> यदि स्वास्थ्य से जुड़ी किसी भी समस्या से आप परेशान हों तो मकरासन का अभ्यास करने से पहले एक बार विशेषज्ञ से सलाह जरूर लें लें।

> मकरासन का अभ्यास करते समय शरीर को सीधे रखें और किसी भी कोण पर घुमाएं नहीं अन्यथा शरीर में कई समस्याएं उत्पन्न हो सकती हैं।

> इस आसन को करते समय शरीर मेंं अधिक तनाव पैदा न करें और शांत दिमाग से मकरासन का अभ्यास करें तभी यह फायदेमंद साबित होगा।

> शोरगुल या कोलाहलपूर्ण जगहों पर मकरासन का अभ्यास करने से परहेज करें अन्यथा दिमाग एकाग्र नहीं होगा और इस आसन को करने में सिर्फ समय ही व्यर्थ होगा।

> अगर आपको अधिक मोटापे और उच्च रक्तचाप की समस्या हो तो मकरासन का अभ्यास नहीं करना चाहिए।

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