एनीमिया की समस्‍या को दूर करते हैं, ये आहार

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एनीमिया की समस्‍या को दूर करते हैं, ये आहार
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शरीर में आयरन की कमी या एनीमिया की समस्‍या खून से संबंधित विकार है। इसमें शरीर लाल रक्‍त कोशिकाओं का उत्‍पादन बहुत कम करता है, जिनका मुख्‍य कार्य मस्तिष्‍क और शरीर के अन्‍य हिस्‍सों के लिए ऑक्‍सीजन ले जाना होता है। हीमोग्लोबिन लाल रक्त कोशिकाओं का सबसे महत्वपूर्ण घटक है, यह एक प्रोटीन है जिसका मुख्य कार्य रक्त के माध्यम से फेफड़ों से शरीर की कोशिकाओं तक ऑक्सीजन ले जाना है। शरीर में आयरन की कमी के कारण शरीर ऑक्सीजन ले जाने के लिए पर्याप्त हीमोग्लोबिन का उत्पादन नहीं कर पाता जिसके परिणामस्‍वरूप व्‍यक्ति थका हुआ महसूस करता है। आयरन की कमी के कारण एनीमिया की समस्‍या से आसानी से बचा जा सकता है।


अपर्याप्त आयरन का सेवन:-


अपने आहार में आयरन युक्‍त स्रोत न शामिल करने वाले लोग एनिमिया से पीड़ि‍त होते हैं। समृद्ध स्रोत जैसे हरी पत्तेदार सब्जियां, रेड मीट, खजूर और प्रसंस्कृत खाद्य पदार्थ जैसे राइस फ्लेक्‍स और कुछ ब्रेकफास्‍ट अनाज शामिल हैं। हालांकि मांसाहारी स्रोत से आयरन की उपलब्धता शाकाहारी स्रोतों की तुलना में कहीं बेहतर होता है। सिर्फ 3-5 प्रतिशत आयरन शाकाहारी स्रोतों से अवशोषित होता है, इसलिए आयरन उपलब्‍धता में सुधार करने के लिए शाकाहारियों को अपने आहार में विटामिन सी युक्त खाद्य पदार्थों को शामिल करना चाहिए।

आयरन का सही तरीके से उपयोग न करना:-

कई स्‍वास्‍थ्‍य संबंधी समस्‍याएं जैसे गैस्ट्रोइंटेस्टिनल गड़बड़ी, क्रोनिक सूजन और दोषपूर्ण आयरन का उपयोग आयरन के अवशोषण में बाधा उत्‍पन्‍न करने लगता है। इसलिए भी शरीर में आयरन की कमी होने से एनीमिया की समस्‍या होने लगती है। 

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खून की कमी होना:-

अचानक शरीर में खून की कमी से भी एनीमिया की समस्‍या होने लगती है। ऐसा टीबी, अल्सर या आंतों विकारों जैसे क्रोनिक रोगों या आकस्मिक रक्तस्राव के मामले में हो सकता है। इसके अलावा मासिक धर्म और प्रसव के दौरान अत्यधिक खून की कमी से भी एनीमिया हो सकता है।

आयरन की बढ़ी हुई आवश्‍यकता:-

आयरन की आवश्‍यकता कुछ विभिन्‍न प्रकार की अवस्‍था जैसे, विकास की अवधि के दौरान, किशोरावस्‍था, गर्भावस्‍था और बचपन के दौरान बढ़ जाती है। और इन चरणों के दौरान अगर आयरन का सेवन ठीक से नहीं किया जाये तो परिणाम के रूप में एनीमिया हो सकता है। 

आयरन का अपर्याप्‍त अवशोषण:-

आयरन का अपर्याप्‍त अवशोषण न होने से भी एनीमिया की समस्‍या हो सकती है। ऐसा डायरिया के दौरान होता है, जब पेट और किडनी जैसे भयंकर रोगों में एंटासिड थेरेपी दी जाती है, और एसिड स्राव की कमी हो जाती है। 

एनीमिया और हीमोग्लोबिन का स्तर बढ़ाने वाले डायट:-

एनीमिया को दूर करने और हीमोग्‍लोबिन के स्‍तर को बढ़ाने के लिए अपने आहार में आयरन युक्‍त खाद्य पदार्थ जैसे रेड मीट, अंडे की जर्दी, हरी पत्‍तेदार सब्जियां, खजूर, आलूबुखारे, किशमिश, चना, सोयाबीन, मछली आदि को शामिल करें। इसके अलावा आयरन के अवशोषण को बढ़ावा देने के लिए विटामिन सी से भरपूर आहार जैसे संतरे, आंवला, अमरूद आदि का सेवन करें। 

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फोलिक एसिड से भरपूर आहार:-


अपने आहार में फोलिक एसिड से भरपूर खाद्य पदार्थ शामिल करें, यह बी कॉम्‍प्‍लेक्‍सव विटामिन है जो सफेद रक्त कोशिकाओं यानी हीमोग्‍लोबिन के निर्माण के लिए आवश्‍यक होता है। फोलिक एसिड जैसे खाद्य पदार्थों का अच्छा स्रोत दालें, हरी पत्तेदार सब्जियां, बीन्‍स, भिंडी और अंडे हैं।

इन खाद्य पदार्थों से बचें:-

कुछ खाद्य पदार्थ जैसे चाय, कॉफी, कोला और दूध और दूध उत्पादों के रूप में कैल्शियम, आयरन के अवशोषण को ब्‍लॉक कर देता है। इसलिए आयरन से भरपूर खाद्य पदार्थों के साथ इन्‍हें लेने से बचना चाहिए। इसके अलावा ओक्सालिक एसिड से भरपूर फूड्स भी आयरन अवशोषण को कम कर देते हैं। इसलिए आयरन की कमी से पीड़ि‍त व्‍यक्ति को भी इससे बचना चाहिए। 

पौष्टिक आहार लें:-

एनीमिया कॉपर, प्रोटीन, एनर्जी, विटामिन बी-6 और विटामिन ई जैसे पोषक तत्वों की कमी के कारण भी हो सकता है। इसलिए एक व्‍यक्ति को अपने आहार में संतुलित और पौष्टिक भोजन को शामिल करना सुनिश्चित करना चाहिए। 


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